आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया की पूर्वी
राजपुताना की रपोर्ट में भी अजमेर के मेघो के बारे में
बहुत ही महत्वपूर्ण विश्लेषण है। इस सीरिज के
वॉल्यूम 6 में बताया गया है कि मेग यहाँ के आदि-
निवासी है और उनकी सघन बस्तियों के कारण ही
इसका यह नाम पड़ा। संदर्भित मूल पाठ प्रष्ट 8 पर
निम्म्नवत है- "The name of Ajmer might also
otherwise have been derived from the Meg's,
or ..the original inhabitants of Ajmer, the
south of Marwar"
इसी पैरा में उन्हें यानि मेगो को अरावली के मग
जातीय लोगों से भिन्न बताया है। देखे- "Meg's---
who I think, must be considered as a distinct
people from mags or magma of the aravalli."
Ref: ASI report---Eastern Rajputana in 1871-72
and 1873-74 by A. C. L Carlleyle ed A
Cunningham.
इसी रिपोट में आगे जयपुर के पास स्थित आमेर के
नामकरण और उनकी स्थापना के बारे में जिक्र है। यह
मत रखा है कि आमेर अम्बरिख नेर कहलाता था। इसके
मालिक meg थे। वह यह भी लिखता है कि हमारे
द्वारा मेग( मेग ) को मेर(mer) लिखना गलत है। ये
लोग meg ही थे। "on the origion of Amer----
Ambarikhnera-----I believe consider --Megs---
and that the name of Mer,or Hair is an
incorrect term invented by ourselves."page-11
इसी पुस्तक में गांवों/शहरों के नामों में लगे मेर और नेर
शब्दों पर अच्छा खासा विवेचन किया गया है। अज
+मेर में लगे अज शब्द को अजय शब्द से निकला हुआ
नहीं माना गया और न ही अज(बकरी) शब्द से। मेर
का अर्थ पर्वत या पहाड़ होता है और इस प्रकार
लोग पहाड़ पर बसा शहर कह देते है। इसे गलत करार देते
हुए अज यानि दादा या पूर्वज के अर्थ को लिया
गया और मेर को मेघ लिया गया। इस प्रकार इस शहर
का पुराना नाम अजमेघ था। जो धीरे धीरे बाद में
अजमेर हो गया। वस्तुतः यहाँ मेघों की पुराणी
आबादी और आधिपत्य के कारण ही इसका नाम
अजमे र पड़ा।
मैंने अपनी एक पोस्ट में प्रिथ्विराजविजय महाकाव्य
का एक श्लोक उद्धृत किया था। इसे उससे मिलाये।
बात समझ में आ जाएगी।
दूसरा नेर शब्द का अर्थ आधिपत्य होता है। जैसे
बीका के आधिपत्य की जगह को बिकनेर---आदि।
अस्तु अम्बरिखनेर जो आमेर का पुराना नाम है, अर्थ
हुआ अम्बरिख के आधिपत्य की जगह। बाकी आप
जान लें।
इसी पुस्तक में गांवों/शहरों के नामों में लगे मेर और नेर
शब्दों पर अच्छा खासा विवेचन किया गया है। अज
+मेर में लगे अज शब्द को अजय शब्द से निकला हुआ
नहीं माना गया और न ही अज(बकरी) शब्द से। मेर
का अर्थ पर्वत या पहाड़ होता है और इस प्रकार
लोग पहाड़ पर बसा शहर कह देते है। इसे गलत करार देते
हुए अज यानि दादा या पूर्वज के अर्थ को लिया
गया और मेर को मेघ लिया गया। इस प्रकार इस शहर
का पुराना नाम अजमेघ था। जो धीरे धीरे बाद में
अजमेर हो गया। वस्तुतः यहाँ मेघों की पुराणी
आबादी और आधिपत्य के कारण ही इसका नाम
अजमेर पड़ा।
दूसरा नेर शब्द का अर्थ आधिपत्य होता है। जैसे
बीका के आधिपत्य की जगह को बिकनेर---आदि।
अस्तु अम्बरिखनेर जो आमेर का पुराना नाम है, अर्थ
हुआ अम्बरिख के आधिपत्य की जगह। बाकी आप
जान लें।
By_Ramsa Kadela
राजपुताना की रपोर्ट में भी अजमेर के मेघो के बारे में
बहुत ही महत्वपूर्ण विश्लेषण है। इस सीरिज के
वॉल्यूम 6 में बताया गया है कि मेग यहाँ के आदि-
निवासी है और उनकी सघन बस्तियों के कारण ही
इसका यह नाम पड़ा। संदर्भित मूल पाठ प्रष्ट 8 पर
निम्म्नवत है- "The name of Ajmer might also
otherwise have been derived from the Meg's,
or ..the original inhabitants of Ajmer, the
south of Marwar"
इसी पैरा में उन्हें यानि मेगो को अरावली के मग
जातीय लोगों से भिन्न बताया है। देखे- "Meg's---
who I think, must be considered as a distinct
people from mags or magma of the aravalli."
Ref: ASI report---Eastern Rajputana in 1871-72
and 1873-74 by A. C. L Carlleyle ed A
Cunningham.
इसी रिपोट में आगे जयपुर के पास स्थित आमेर के
नामकरण और उनकी स्थापना के बारे में जिक्र है। यह
मत रखा है कि आमेर अम्बरिख नेर कहलाता था। इसके
मालिक meg थे। वह यह भी लिखता है कि हमारे
द्वारा मेग( मेग ) को मेर(mer) लिखना गलत है। ये
लोग meg ही थे। "on the origion of Amer----
Ambarikhnera-----I believe consider --Megs---
and that the name of Mer,or Hair is an
incorrect term invented by ourselves."page-11
इसी पुस्तक में गांवों/शहरों के नामों में लगे मेर और नेर
शब्दों पर अच्छा खासा विवेचन किया गया है। अज
+मेर में लगे अज शब्द को अजय शब्द से निकला हुआ
नहीं माना गया और न ही अज(बकरी) शब्द से। मेर
का अर्थ पर्वत या पहाड़ होता है और इस प्रकार
लोग पहाड़ पर बसा शहर कह देते है। इसे गलत करार देते
हुए अज यानि दादा या पूर्वज के अर्थ को लिया
गया और मेर को मेघ लिया गया। इस प्रकार इस शहर
का पुराना नाम अजमेघ था। जो धीरे धीरे बाद में
अजमेर हो गया। वस्तुतः यहाँ मेघों की पुराणी
आबादी और आधिपत्य के कारण ही इसका नाम
अजमे र पड़ा।
मैंने अपनी एक पोस्ट में प्रिथ्विराजविजय महाकाव्य
का एक श्लोक उद्धृत किया था। इसे उससे मिलाये।
बात समझ में आ जाएगी।
दूसरा नेर शब्द का अर्थ आधिपत्य होता है। जैसे
बीका के आधिपत्य की जगह को बिकनेर---आदि।
अस्तु अम्बरिखनेर जो आमेर का पुराना नाम है, अर्थ
हुआ अम्बरिख के आधिपत्य की जगह। बाकी आप
जान लें।
इसी पुस्तक में गांवों/शहरों के नामों में लगे मेर और नेर
शब्दों पर अच्छा खासा विवेचन किया गया है। अज
+मेर में लगे अज शब्द को अजय शब्द से निकला हुआ
नहीं माना गया और न ही अज(बकरी) शब्द से। मेर
का अर्थ पर्वत या पहाड़ होता है और इस प्रकार
लोग पहाड़ पर बसा शहर कह देते है। इसे गलत करार देते
हुए अज यानि दादा या पूर्वज के अर्थ को लिया
गया और मेर को मेघ लिया गया। इस प्रकार इस शहर
का पुराना नाम अजमेघ था। जो धीरे धीरे बाद में
अजमेर हो गया। वस्तुतः यहाँ मेघों की पुराणी
आबादी और आधिपत्य के कारण ही इसका नाम
अजमेर पड़ा।
दूसरा नेर शब्द का अर्थ आधिपत्य होता है। जैसे
बीका के आधिपत्य की जगह को बिकनेर---आदि।
अस्तु अम्बरिखनेर जो आमेर का पुराना नाम है, अर्थ
हुआ अम्बरिख के आधिपत्य की जगह। बाकी आप
जान लें।
By_Ramsa Kadela
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